कांग्रेस की चुनावी घोषणा पत्र के दावे खोखले : जयराम

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस का चुनावी घोषणा पत्र कांग्रेस की चुनावी गारंटियों की तरह खोखले निकले। बड़े ज़ोर-शोर से अपने केंद्रीय नेताओं के साथ हिमाचल कांग्रेस के नेताओं ने चुनावी गारंटी के साथ चुनावी घोषणा पत्र भी जारी किया था। जिसमें एक दावा था प्रदेश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली को और मजबू करने की। इसके तहत कांग्रेस के नेताओं ने दावा किया था कि दुर्गम स्थानों पर लोगों की राशन देने के लिए मोबाइल वैन की सुविधा शुरू करेगी। सरकारी राशन के डिपो की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ ही राशन डिपो धारकों के मानदेय बढ़ाकर को 20 हज़ार रुपये कर देगी। सरकार ने डिपो में सुविधाएं बढ़ाने के बजाय डिपो में मिल रही सुविधाएं भी कम कर दी हैं। सस्ते दामों मिलने वाले दाल-तेल सहित अन्य सामानों के दाम बढ़ा दिये हैं। उन्होंने कहा कि सरकार अपने इस चुनावी वादे की स्थिति स्पष्ट करे और बताए कि दुर्गम स्थानों पर राशन पहुंचाने के लिए कितनी मोबाइल वैन सेवाएं शुरू की हैं।
जयराम ठाकुर ने कहा कि अपना घोषणापत्र जारी करते समेत कांग्रेस के वरिष्ट नेताओं ने कहा था कि चुनावी घोषणापत्र उनके लिए पवित्र दस्तावेज है। जिसे वह हर हाल में पूरा करेंगे। सरकार का एक साल का कार्यकाल पूरा होने वाला है और सरकार बनने के बाद कांग्रेसी नेताओं ने उस “पवित्र दस्तावेज” को एक बार छुवा तक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने दस गारंटियां देकर सिर्फ़ युवाओं, मातृशक्ति और बुजुर्गों को ही नहीं बल्कि समाज के हर वर्ग को किसी न किसी प्रकार के झूठे वादों के ज़रिए ठगने का प्रयास किया है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को चाहिए कि वह अपनी पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र को एक बार उठाकर देख लें और प्रदेश के लोगों से किए गए वादों को जल्दी से जल्दी पूरा करे।