हर भारतीय को आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़कर खुद पर करना होगा गर्व : कुठियाला

विश्व संवाद केंद्र शिमला, हिम सिने सोसाइटी हिमाचल प्रांत और पंचनद शोध संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में शिमला के माल रोड स्थित रोटरी टाउन हॉल में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। “वैचारिक प्रदूषण- समस्या व उन्मूलन” विषय पर आयोजित इस संगोष्ठी के मुख्य वक्ता पंचनंद शोध संस्थान के अध्यक्ष ,भारतीय चित्र साधना के राष्ट्रीय अध्यक्ष और हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद के पूर्व अधयक्ष प्रोफेसर बी.के.कुठियाला रहे जबकि सुप्रसिद्ध लेखक-साहित्यकार, स्तंभकार व पूर्व भारतीय प्रशासनिक अधिकारी श्री निवास जोशी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।पंचनद शोध संस्थान हिमाचल प्रांत के संयोजक प्रोफ़ेसर मनु सूद ने अतिथियों का स्वागत किया और अतिथियों का परिचय करवाया।
प्रोफेसर बी.के.कुठियाला ने अपने संबोधन में कहा की भारत के हर नागरिक के मन की सोच को इस प्रकार प्रदूषित किया गया है जिससे हमारे स्व में सेंध लग चुकी है । हमे हमेशा यही बताया गया कि भारत की नागरिकता अन्य देशों की भांति निम्न स्तरीय है और अंग्रेजी बेहतरीन तो संस्कृत dead भाषा है। लेकिन आज अमेरिका जैसे देश में 27 विश्वविद्यालयों में संस्कृत भाषा पढ़ाई जाती है। अमेरिकी वैज्ञानिकों का मानना है कि संस्कृत हजारों वर्ष पुरानी भाषा है और भविष्य भी संस्कृत का ही है। बृज किशोर कुठियाला ने कहा कि जो वैचारिक प्रदूषण फैलाया गया है उसे साफ करने की आवश्यकता है। हर भारतीय को आत्मविश्वास पैदा करना होगा और खुद पर गर्व करना होगा। उन्होंने कहा कि हमारी और हमारी आने वाली पीढ़ियों का कल इस बात पर ही निर्भर करता है कि हमे भारतीय होने पर कितना विश्वास है। उन्होंने अपनी भारतीयता पहचानने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इसे पहचाने के लिए नए व प्राचीन इतिहास को जानने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पंचनाद शोध संस्थान इस तरह की संगोष्ठियों का आयाजन कर के वैचारिक प्रदूषण को समाप्त करने का काम कर रहा है।
वही श्रीनिवास जोशी ने कहा कि वैचारिक प्रदूषण नकारात्मकता से पैदा होती है। श्रीनिवास जोशी ने फेक न्यूज पर सवाल उठाते हुए कहा कि आज सच व झूठ का पता लगाना मुश्किल हो गया है, उन्होंने कहा कि पत्रकारों को सत्य और तथ्य आधारित समाचार ही प्रस्तुत करने चाहिए। इस अवसर पर पंचनद शोध संस्थान के सचिव प्रो. अरुण सिंह, मातृवंदना संस्थान के अध्यक्ष श्री अजय सूद, विश्व संवाद केंद्र प्रमुख डॉ. दलेल सिंह ठाकुर, हिम सिने सोसायटी के सचिव संजय सूद, मोनाल टाइम्स के संपादक श्री गणेश दत्त और भाषा व संस्कृति विभाग के पूर्व सचिव डॉ कर्म सिंह व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

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