सुखविंदर सिंह सुक्खू के हाथ हिमाचल की सत्ता

सुखविन्द्र सिंह सुक्खू को हिमाचल प्रदेश की कमान सौंपी गई है। हालांकि बतौर मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू का नाम घोषित होेने तक प्रदेश कांग्रेस की राजनीति में काफी कशमकश चलती रही और बाद में सुखविन्द्र सिंह सुक्खू के नाम पर मुख्यमंत्री और मुकेश अग्निहोत्री के नाम पर उपमुख्यमंत्री के नाम पर सहमति बनी। राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आज शिमला के रिज पर आयोजित एक भव्य समारोह में सुखविंदर सिंह सुक्खू को हिमाचल प्रदेश के 15वें मुख्यमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। स्वर्गीय रसील सिंह के सुपुत्र श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का जन्म 27 मार्च, 1964 को नादौन, जिला हमीरपुर में हुआ। उन्होंने एम.ए., एल.एल.बी. की शिक्षा ग्रहण की है तथा उनका विवाह कमलेश ठाकुर से हुआ। सुखविन्द्र सिंह सुक्खू दो सुपुत्रियां हैं। वह वर्ष 1981-82 तथा 1982-83 में राजकीय स्नातक महाविद्यालय संजौली शिमला के कक्षा प्रतिनिधि रहे। वर्ष 1983-1984 में वह राजकीय स्नातक महाविद्यालय संजौली, शिमला के महासचिव निर्वाचित हुए तथा वर्ष 1984-85 में राजकीय डिग्री महाविद्यालय संजौली के अध्यक्ष निर्वाचित किए गए। वर्ष 1985-86 के दौरान वह हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के विधि विभाग के विभागीय प्रतिनिधि रहे तथा वर्ष 1989-95 तक राज्य युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। वर्ष 1995-1998 तक वह प्रदेश युवा कांग्रेस के महासचिव, वर्ष 1998-2008 तक प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। वर्ष 1992-97 और 1997-2002 तक वह दो बार नगर निगम शिमला के पार्षद चुने गए। वर्ष 2008 से 2012 तक वह प्रदेश कांग्रेस के महासचिव और 8 जनवरी, 2013 में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने। वर्ष 2003 और वर्ष 2007 में वह प्रदेश विधान सभा के लिए निर्वाचित हुए। वर्ष 2007-12 तक कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक रहे। सुखविंदर सिंह सुक्खू दिसंबर, 2017 में तीसरी बार विधायक के रूप में चुने गए और सार्वजनिक उपक्रम, विशेषाधिकार और व्यापार सलाहकार समितियों के सदस्य के रूप में नामित हुए। दिसंबर, 2022 में वह चौथी बार फिर प्रदेश विधानसभा के लिए चुने गए हैं और आज मुख्यमंत्री पद का पदभार ग्रहण किया।

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