हिमाचल स्टूडेेंट्स यूनियन के वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘हिमाचल एक झलक’ में मुख्यमंत्री हुए शामिल

तकनीकी क्षेत्र में युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से आधुनिक शिक्षा प्रदान करेगी प्रदेश सरकार
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने युवाओं का आह्वान किया है कि हिमाचल की समृद्ध संस्कृति को देश-विदेश तक पहुंचाने के लिए वे प्रदेश के युवा दूत के रूप में कार्य करें, ताकि विश्व हिमाचल की विशिष्टता को आत्मसात कर सके। उन्होंने आज पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ में हिमाचल स्टूडेंट्स यूनियन द्वारा आयोजित वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘हिमाचल एक झलक’ में बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में यह बात कही।
सुक्खू ने कहा कि हिमाचल की मनभावन संस्कृति, सरल रहन-सहन, सुंदर पहनावा और पौष्टिक आहार देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। युवाओं को न केवल इस विशेषता को जीवंत रखना होगा अपितु लोगों को इससे रू-ब-रू भी करवाना होगा। उन्होंने कहा कि संस्कृति और लोकाचार का प्रसार पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देकर प्रदेश की आर्थिकी को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि अपनी संस्कृति से जुड़कर ही सुरक्षित समाज का निर्माण किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार तकनीकी शिक्षा प्राप्त कर रहे युवाओं को इस सत्र से ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से आधुनिक प्रौद्योगिकी आधारित शिक्षा प्रदान करेगी। इससे हमारे युवा तकनीकी रूप से सशक्त होकर वैश्विक स्तर पर बेहतर रोजगार प्राप्त कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल जैसे दुर्गम भौगोलिक परिस्थितियों वाले राज्य में ग्रामीण स्तर पर बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए सभी विधानसभा क्षेत्रों में चरणबद्ध आधार पर राजीव गांधी डे बोर्डिंग विद्यालय आरंभ करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार भावी पीढ़ियों को एक समृद्ध और सुरक्षित हिमाचल प्रदान करना चाहती है। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए प्रदेश में हरित ऊर्जा को बढ़ावा दिया जा रहा है और वर्ष 2025 तक हिमाचल देश का प्रथम हरित ऊर्जा राज्य बनेगा। उन्होंने कहा कि अगले तीन वर्षों में प्रदेश में पूर्ण रूप से इलेक्ट्रिक बसों का संचालन आरंभ कर दिया जाएगा।