सेवा कार्यों को प्रदान की जाएगी गति : डॉ सुरेंद्र शर्मा

विवेकानंद आवासीय परिसर बाड़ी में सेवा भारती की प्रांत बैठक को बौद्धिक प्रदान करते हुए प्रांत अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने यह शब्द कहे । उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सेवा भारती 20 फरवरी 2001 को पंजीकृत हुई थी तथा उसके बाद हिमाचल में निरंतर सेवा कार्य चलते रहे । पूरे प्रदेश में सेवा भारती की इकाइयां बन चुकी है तथा इस बैठक में 42 गणमान्य सदस्यों ने भाग लिया है। इन सेवा कार्य का सफर सेवा भारती के लिए उत्साहजनक रहा । उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के दानी सज्जनों द्वारा जो दान दिया गया उससे गरीब , असहाय और उन लोगों की मदद की गई जो समाज के एक पिछड़े वर्ग में है। उन्होंने कहा कि उन बच्चों की शिक्षा, दीक्षा का कार्य भार उठाना जो सक्षम नहीं है तथा वह व्यक्ति जो अपना समय पर इलाज नहीं करवा सकता, उसकी भी मदद की जाती है। उन्होंने कहा कि सेवा भारती सेवा के नाम से ही जानी जाती है । प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में जहां भोजन व्यवस्था सेवा भारती के माध्यम से की जा रही है, तो वही कई गरीब बच्चों को शिक्षा भी प्रदान करवाई जा रही है । सिलाई केंद्रों के साथ-साथ संस्कार केंद्र स्थापित किए गए हैं । जहां पर बच्चों को अपने संस्कारों, नैतिक मूल्यों और अनुशासन में रहना सिखाया जाता है । इस अवसर पर प्रांत के सचिव रणदेव शर्मा ने कहा की सेवा भारती ने अब तक कई आयाम स्थापित किए हैं तथा कोरोना काल में लोगों की मदद की है वह तारीफ ए काबिल है। मेडिकल किट के साथ-साथ राशन वितरण किया गया तथा आर्थिक सहायता भी लोगों को प्रदान की गई । सेवा भारती के सदस्यों ने जहां उन लोगों का दाह संस्कार करवाया जिनका इसका समाज में कोई नहीं था उनकी सेवा भारती थी । इस अवसर पर कई गणमान्य सदस्यों ने भी भाग लिया।