विक्रमादित्य बताए कि रामपुर का पीडब्ल्यूडी का डिवीज़न खोलना ग़लत था : जयराम ठाकुर

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा है कि हमने लोगों की माँग पर रामपुर विधानसभा क्षेत्र में संस्थान खोले थे, सुक्खू सरकार ने शपथ ग्रहण करते ही सारे संस्थान बंद कर दिये। उन्होंने कांग्रेस के नेता औरवर्तमान सरकार में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री विक्रमादित्य सिंह से पूछा कि वह आज रामपुर के लोगों को बतायें कि रामपुर में मेरी सरकार द्वारा खोला गया लोक निर्माण विभाग का डिवीज़न ग़लत था। रामपुर के विधायक बताएं कि संस्कृत महाविद्यालय ग़लत खोला गया था। वह लिख कर दें कि जयराम सरकार ने ग़लत किया था। यदि लिख कर देने की हिम्मत नहीं है तो उन संस्थानों को फिर से बहाल करें। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सुक्खू सरकार प्रतिशोध की भावना से काम कर रही है। अब बहुत हुआ, अब चुप बैठने का समय नहीं हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि चुनाव के पहले कांग्रेस के एक नेता हर रोज़ सोशल मीडिया के माध्यम से खूब प्रचार-प्रसार करते थे। सबसे कामों की ज़िम्मेदारी लेते रहते थे। जब सरकार में हैं, मंत्री हैं तो प्रदेश के लोगों द्वारा किसी भी माँग पर कहते हैं कि हम डाकिया नहीं हैं। उन्होंने कहा आज मनोहर जैसे हत्याकांड हो रहे, हत्या के बाद भी जब जी नहीं भरा तो आठ टुकड़े में काट दिया। नेता प्रतिपक्ष रामपुर में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे, इस मौके पर उनके साथ आनी के विधायक लोकेन्द्र, रामपुर से , बीजेपी के प्रत्याशी रहे कौल सिंह नेगी, जिलाध्यक्ष अरुण फाल्टा, मंडल अध्यक्ष कुलवीर, नरेश चौहान, बृजलाल अमर ठाकुर, विजय गुप्ता, श्यामलाल गुप्ता,जगदीश, अनिल चौहान, सभी मोर्चों के साथ साथ स्थानीय पार्षद समेत हजारों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुझे ऐसे लोगों को फ़ोन आते हैं, जो सालों से बिस्तर पर पड़े हैं। ऐसे लोगों की सहारा योजना का पैसा नहीं मिल रहा है। सब मुझसे कहते हैं कि आप मुख्यमंत्री से कहिए पैसा नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री से कहना चाहता हूँ, मानवीय संवेदना के आधार पर काम करिए, आप बाक़ी योजनाएं चलाइए, लेकिन ऐसे लोगों के साथ न्याय करें और सहारा योजना के लाभार्थियों का पैसा न रोके।
छह महीनें में ही कांग्रेस और उसकी गारण्टियाँ बनी मज़ाक़
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हिमाचल में पहली बार इस तरह झूठ बोलकर सरकार बनाई गई है। आज तक हिमाचल में ऐसा नहीं हुआ है। आज कांग्रेस सरकार की गारंटियों का मज़ाक़ बन गया है। प्रदेश के लोग कांग्रेस के लोगों की राह देख रहे हैं। पाँच लाख सरकारी नौकरी देने वाले दस हज़ार आउटसोर्स कर्मियों को बाहर कर दिया। कोविड फ्रंट लाइन वर्कर्स को नौकरी से निकालने से ज़्यादा दुर्भाग्यपूर्ण कुछ नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा लोगों की सेवा के लिए गारंटी नहीं नीयत की आवश्यकता है। हमने बिजली फ्री देने की, गांवों में पानी फ्री देने की, सहारा योजना की, गृहणी योजना की गारंटी नहीं दी थी लेकिन प्रदेश के लोगों को सुविधा देने के लिए हमने यह किया है।