सेब सीजन के मद्देनजर सभी छोटी-बड़ी सड़कें 15 अगस्त तक बहाल करना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता – हर्षवर्धन

उद्योग मंत्री व शिक्षा मंत्री ने भारी बरसात से हुए नुकसान का जुब्बल-कोटखाई व रोहडू क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर किया निरीक्षण
उद्योग, आयुष एवं संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान तथा शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने जुब्बल-नावर-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र के कूफर कनलोग, दसाना, बखोल, जारु, कोटी, कुकुनाला, टाऊ संपर्क सड़क के क्षतिग्रस्त स्थल बागा, मराथू व मंदरोली पुल, जुब्बल, दोची, भोजनाला, तथा रोहडू विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर भारी बरसात से हुए नुकसान का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को राहत एवं पुनर्वास के लिए आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए। इस अवसर पर उनके साथ रोहडू विधानसभा क्षेत्र के विधायक एवं मुख्य संसदीय सचिव मोहनलाल बरागटा भी उपस्थित थे।
उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि पूरे प्रदेश में इस वर्ष पिछले कई दिनों से भारी बरसात हो रही है जिस कारण प्रदेश के सभी क्षेत्र विशेषकर ऊपरी शिमला क्षेत्र में किसानों व बागवानों के घरों व बगीचों को नुकसान होने के साथ-साथ सड़कें, पेयजल व बिजली व्यवस्था अवरूद्ध हुई है। उन्होंने कहा कि शिमला जिला में राहत एवं पुनर्वास की मॉनिटरिंग के लिए उन्हें शिमला जिला का प्रभारी नियुक्त किया गया है, इसलिए बिजली व पेयजल व्यवस्था बहाल कर लोगो को राहत पहुंचाने के साथ-साथ सेब सीजन के मद्देनजर सभी छोटी-बड़ी सड़कें 15 अगस्त तक बहाल करना उनकी प्राथमिकता है, जिसके लिए लोक निर्माण विभाग की सभी मशीने रात दिन 24 घण्टे कार्य कर रही हैं और आवश्यकतानुसार निजी जेसीबी मशीनें भी काम पर लगाई गई है ताकि पंचायत क्षेत्र की सभी अवरुद्ध सड़कों को पुनः बहाल करने के साथ साथ बागवानों का तैयार सेब भी मंडियों तक पहुंचाया जा सके। उन्होंने समस्त बागवानों को आश्वासन दिया कि इस आपदा से उबरने के लिए हिमाचल सरकार बागवानों के साथ खड़ी है और सभी बागवानों की सभी सेब की पेटियां मंडियों तक पहुंचाई जाएगी।
उन्होंने ठियोग, जुब्बल तथा रोहडू में उपमंडल के समस्त अधिकारियों तथा जन प्रतिनिधियों के साथ राहत एवं पुनर्वास से संबंधित समीक्षा बैठक भी की और 15 अगस्त तक सभी सड़कों को पुनः बहाल करने, बिजली व पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने तथा संपूर्ण आंकलन तैयार करने के लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि बरसात से जुब्बल नावर कोटखाई क्षेत्र में लगभग 500 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है जबकि ठियोग विधानसभा क्षेत्र में 190 करोड़तथा रोहडू विधानसभा क्षेत्र में लगभग 400 करोड़ का नुकसान आंका गया है और लगभग 600 से अधिक मकानों को आंशिक एवं भारी नुकसान हुआ है जिन्हें नियम अनुसार प्रशासन द्वारा सहायता प्रदान जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रथम चरण में राज्य के हर विकास खण्ड को राहत एवं पुनर्वास के लिए विकास कार्यों के अतिरिक्त अलग से राहत राशि उपलब्ध करवाई है जिसे प्रभावित ग्रामीणों को संशोधित राहत मैन्युअल के तहत वितरित करने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने समस्त अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह स्वयं मौके पर जाकर बागवानों के क्षतिग्रस्त मकानों व बगीचे के नुकसान का आकलन कर सूची शीघ्र तैयार करें ताकि छूटे हुए अन्य सभी बागवानों को भी राहत मिल सके।