आपदा की घड़ी में मानवीय दृष्टिकोण अपनाकर करें लोगों की सहायता : सुरेश कश्यप

सांसद की अध्यक्षता में दिशा की बैठक आयोजित, मनरेगा के तहत कार्यदिवस बढाकर किये 200
जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति ‘दिशा’ की बैठक का आयोजन बचत भवन में किया गया जिसकी अध्यक्षता सांसद लोकसभा सुरेश कश्यप ने की और केंद्र प्रायोजित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में मनरेगा के तहत कार्य दिवस को 100 से बढ़ाकर 200 करने का निर्णय लिया गया ताकि आपदा से हुए नुकसान को जल्द दुरुस्त किया जा सके।
सुरेश कश्यप ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में हम सभी को मानवीय दृष्टिकोण अपनाकर लोगों की सहायता करनी चाहिए ताकि लोगों को इस त्रासदी से बाहर निकाला जा सके।
सांसद ने शिमला जिला में भारी बारिश के कारण हुए नुकसान पर चर्चा करते हुए बताया कि जिला में इस दौरान कई लोगों की मृत्यु हुई हैं तथा 2864 पक्का मकान, 1721 कच्चा मकान, 134 दुकानें और 695 गौशालाओं को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि शिमला संसदीय क्षेत्र के तहत सभी जिलों में भारी क्षति हुई है। उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत जिन सड़कों का काम पूरा होने वाला था उनमें भारी बारिश से काफी नुकसान हुआ है जिन्हे अब दोबारा से सुदृढ़ किया जायेगा। इसी प्रकार पीने के पानी की परियोजनाओं को भी क्षति पहुंची थी जिन में से अधिकतर को सुदृढ़ कर लिया गया है।
उन्होंने लोक निर्माण विभाग को सड़कों को पूर्ण रूप से सुदृढ़ कर सुचारु बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरक़ार ने आपदा के दृष्टिगत प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अतिरिक्त 6000 मकान प्रदेश में बनाने के लिए स्वीकृति प्रदान की। उन्होंने यह सुनिश्चित करने को कहा कि इन मकानों का लाभ आपदा ग्रस्त लोगों को मिले। इसके अतिरिक्त, अगर किसी को घर या जमीन को हुए नुकसान के लिए राहत राशि नहीं प्राप्त हुई है तो जिला प्रशासन उसे जल्द राहत राशि उपलब्ध करवाए।
बैठक में बताया गया कि कृषि विभाग द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत खरीफ सीजन में मक्की की फसल के लिए 159 किसान और धान के 01 किसान का बीमा किया गया। इसके अतिरिक्त, इ-नाम के तहत जिला की पंजीकृत 04 मंडियों में 31.33 करोड़ रूपए मूल्य के 74167.25 क्विंटल उत्पादों का व्यापर किया गया जिससे 2729 किसान लाभान्वित हुए।