शिवा प्रोजेक्ट के तहत 1300 करोड़ की राशि की जाएगी व्यय : जगत सिंह नेगी

शाहपुर विस के ठेहड़ में लोक भवन तथा पंचवटी पार्क का किया शिलान्यास
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि शिवा प्रोजेक्ट के अंतर्गत 1300 करोड़ की राशि व्यय करके किसानों, बागबानों को खेत संरक्षण, सिंचाई, निशुल्क पौधे एवं अन्य सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। रविवार को शाहपुर विस क्षेत्र के ठेहड़ में 40 लाख से बनने वाले लोक भवन तथा 20 लाख से बनने वाले पंचवटी पार्क का शिलान्यास करने के उपरांत हार चक्कियां में जनसभा को संबोधित करते हुए राजस्व बागबानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश को फल राज्य के रूप में विकसित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने आपदा के दौरान पूर्णतया क्षतिग्रस्त घरों के मालिक को मिलने वाली राशि को 1लाख 30 हजार से बढ़ाकर 7 लाख रुपये कर दिया है इससे प्रदेश के तीन हजार लोगों को लाभ मिलेगा । आंशिक तौर पर प्रभावित घरों के मालिकों को 1 लाख की सहायता राशि दी जाएगी इससे 13000 प्रभावित लोग लाभान्वित होंगे। आपदा के समय गाय की मृत्यु पर 50 हजार की धनराशि प्रदान की जाएगी ।उन्होंने कहा कि आमजन को राजस्व मामलों में शीघ्र न्याय हेतु लैंड कानून में भी संशोधन किया गया है । अब निशानदेही,इंतकाल तथा तक्सीम जैसे मामलों में समय निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि मामलों का समय पर निपटान न करने वालों के खिलाफ उचित करवाई अमल में लायी जाएगी ।लोगों को समय पर न्याय देना सरकार की प्राथमिकता है।
उन्होंने हारचक्कियां स्कूल के प्रधानाचार्य को अपने स्कूल में इंग्लिश मीडियम शुरू करने का सुझाव भी दिया ताकि क्षेत्र के बच्चों को गुणात्मक शिक्षा के लिए दूर न जाना पड़े । उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए स्कूल को 50 हजार रुपये देने की घोषणा की ।उन्होंने बताया कि सचंगर कांग्रेस कमेटी की मांग है कि यहां की सब तहसील को काँगड़ा के स्थान पर उपमण्डल शाहपुर से जोड़ा जाए । इस पर सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाएगा और क्षेत्रवासियों को हर सम्भव राहत पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा । उन्होंने कहा कि सभी विभाग गाँव में शिविरों का आयोजन कर प्रदेश की योजनाओं को बताएं ताकि सभी पात्र व्यक्ति उनका लाभ उठा सकें।
इससे पूर्व उन्होंने उन्होंने उद्यान विभाग द्वारा लगाए गए डेमोस्ट्रेशन प्लांट का निरीक्षण भी किया। उन्होंने हारचक्कियां में उपतहसील भवन की साइट का निरीक्षण भी किया ।