हिमाचल को अलग पहाड़ी राज्य बनाने में सिरमौर का अग्रणी योगदान : जय राम ठाकुर

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने सिरमौर जिले के हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा देने के मुद्दे को प्रभावी ढंग से उठाया है और केंद्र सरकार की ओर से हाटी समुदाय के लिए जल्द ही अच्छी खबर मिलेगी। जय राम ठाकुर आज सिरमौर जिले के रेणुकाजी में आयोजित प्रगतिशील हिमाचल: स्थापना के 75 वर्ष कार्यक्रम में उपस्थित विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जब पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है तो हिमाचल प्रदेश भी अपने अस्तित्व के 75 वर्ष मना रहा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को एक अलग पहाड़ी राज्य के रूप में अस्तित्व में लाने में सिरमौर का अग्रणी योगदान रहा है, क्योंकि यहां के सपूत डॉ. यशवंत सिंह परमार ने इसके लिए हुए लंबे संघर्ष का नेतृत्व किया था और प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री के रूप में भी सराहनीय कार्य किया। जय राम ठाकुर ने कहा कि 75 वर्षों के दौरान हिमाचल प्रदेश ने सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व विकास किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने इस ऐतिहासिक अवसर को धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश को इस मुकाम तक पहुंचाने और विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले सभी लोगों को उच्च सम्मान देने तथा उनकी सराहनीय सेवाओं का स्मरण करने के लिए प्रदेश सरकार इन कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है। प्रदेश के 75 वर्षों की विकास यात्रा की चर्चा करते हुए जय राम ठाकुर ने कहा कि गठन के समय हिमाचल प्रदेश की साक्षरता दर केवल 4.8 प्रतिशत थी, जो आज बढ़कर 83 प्रतिशत हो गई है। उन्होंने कहा कि इस दौरान प्रदेश में सड़कों की लंबाई 288 किलोमीटर से बढ़कर 39,500 किलोमीटर और स्वास्थ्य संस्थानों की संख्या 88 से बढ़कर आज 4320 हो गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 1948 में राज्य में केवल 301 शिक्षण संस्थान थे, जबकि आज यह संख्या 16124 हो गई है। प्रति व्यक्ति आय केवल 240 रुपये थी जो आज 2 लाख रुपये को पार कर गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के लोग कभी अपनी जान जोखिम में डालकर पारंपरिक साधनों से जैसे-तैसे नदी-नालों को पार करते थे, लेकिन आज प्रदेश भर में 2326 से अधिक पुल हिमाचल की गौरवमयी विकास यात्रा के साक्षी हैं। जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रदेश की जनता से विशेष लगाव है और वह हिमाचल प्रदेश को अपना दूसरा घर मानते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के मौजूदा कार्यकाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात बार हिमाचल का दौरा कर चुके हैं। केंद्र में एनडीए सरकार का आठ साल का कार्यकाल पूरा होने पर न केवल शिमला में राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम आयोजित किया गया, बल्कि प्रधानमंत्री ने माल रोड से पैदल यात्रा के दौरान लोगों से सीधा संवाद करके एक बार फिर प्रदेशवासियों के प्रति अपार स्नेह का परिचय भी दिया। जय राम ठाकुर ने कहा कि यह बहुत ही हैरानी की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हिमाचल के दौरे विपक्ष के नेताओं को रास नहीं आ रहे हैं। उन्होंने इन नेताओं को याद दिलाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की उदारता के कारण ही हिमाचल को 800 करोड़ रुपये की विशेष वित्तीय सहायता मिली है। प्रधानमंत्री ने केंद्र की विकास परियोजनाओं में केंद्र और हिमाचल का अनुपात 90ः10 करके प्रदेशवासियों को बहुत बड़ी सौगात दी है। जय राम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस अब एक डूबता जहाज बन चुकी है और इसके कई नेता पार्टी छोड़ रहे हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि यह पार्टी देश में अपना आधार खो चुकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान प्रदेश के लाखों लोग लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में फंस गए थे। उस समय राज्य सरकार ने त्वरित कदम उठाते हुए लगभग ढाई लाख लोगों को सुरक्षित घर पहुंचाया था। गोवा तथा अन्य शहरों से विशेष रेलगाड़ियों और राजस्थान के कोटा शहर के लिए विशेष रूप से हिमाचल पथ परिवहन निगम की 50 बसें भेजकर हजारों युवाओं को घर लाया गया। मुख्यमंत्री ने इस संकट से बाहर निकलने के लिए सरकार को पूरे दिल से समर्थन देने के लिए प्रदेशवासियों का धन्यवाद भी किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने न केवल देश के वैज्ञानिकों को स्वदेशी वैक्सीन विकसित करने के लिए प्रेरित किया, बल्कि दुनिया के सबसे बड़े मुफ्त टीकाकरण अभियान को भी सफलतापूर्वक अंजाम दिया। मुख्यमंत्री ने कोरोना महामारी को नियंत्रित करने में सहयोग के लिए फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं और सभी प्रदेशवासियों का धन्यवाद किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इनके समर्पण और सहयोग के कारण हिमाचल प्रदेश ने देश में सबसे पहले पात्र लक्षित आबादी को शत-प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य हासिल किया। जय राम ठाकुर ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने अपने चार वर्ष और नौ माह के कार्यकाल में राज्य का संतुलित और सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार जरूरतमंदों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान करने पर प्रति वर्ष 1300 करोड़ रुपये से अधिक व्यय कर रही है, जबकि पिछली राज्य सरकार के दौरान केवल मात्र 400 करोड़ रुपये ही खर्च किए गए थे। उन्होंने कहा कि हिमकेयर योजना, मुख्यमंत्री सहारा योजना, मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना और मुख्यमंत्री शगुन योजना ने जरूरतमंदों और गरीबों को अत्याधिक राहत प्रदान की है। उन्होंने कहा कि हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों में महिला यात्रियों को किराये में 50 प्रतिशत रियायत प्रदान की जा रही है और घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट निःशुल्क बिजली भी उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने क्षेत्र के शहीद के सम्मान में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुडलखडक का नाम शहीद प्रशांत ठाकुर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुडलखडक करने की भी घोषणा की।