भारत का जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निपटने को मजबूती से काम करने पर बल

पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा है कि समकालीन पर्यावरणीय चुनौती से निपटने के लिए समानता और सामान्यता के आधार पर पहल होनी चाहिए लेकिन जिम्मेदारियां अलग-अलग और क्षमताओं के आधार पर तय की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन एक वैश्विक घटना है लेकिन इसका प्रभाव गरीब और कमजोर वर्ग विशेष रूप से विकासशील देशों पर अधिक पड़ रहा है। श्री यादव इंडोनेशिया के बाली में आयोजित जी-20 संयुक्त पर्यावरण और जलवायु मंत्रियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। भूपेंद्र यादव ने कहा कि जलवायु परिवर्तन का नकारात्मक प्रभाव विकासशील देशों पर अधिक पड़ रहा है जो ग्लोबल वार्मिंग के लिए कम उत्तरदायी है। यादव ने इस चुनौती से निपटने के लिए मिलकर और मजबूती से काम करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने 2030 के सतत विकास के एजेंडे के केन्द्र में इसे याद दिलाया। श्री यादव ने सतत विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाइफ के मंत्र – ‘पर्यावरण के लिए जीवन शैली’ को याद दिलाया। उन्होंने कहा कि स्वच्छ ऊर्जा और ऊर्जा सुरक्षा, कम कार्बन और कुशल औद्योगिक विकास, सतत कृषि और कार्बन उत्सर्जन में कमी की दिशा में भारत के प्रयास सभी के लिए सतत जीवनशैली की दिशा में प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। जी-20 बैठक के समापन सत्र में यादव ने कहा कि इस साल पहली दिसम्बर को भारत जी-20 की अध्यक्षता करेगा।