प्रधानमंत्री ने भगवान श्री राम के के आदर्शों से सीख लेने का किया आह्वान

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों का आह्वान किया है कि वे भगवान श्रीराम के आदर्शों से सीख लें। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में रामकथा पार्क में लोगों को सम्बोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि भगवान राम को मर्यादा पुरूषोत्तम कहा जाता है और मर्यादा हमें दूसरों का सम्मान करने और सम्मान प्राप्त करने की शिक्षा देती है। उन्होंने कहा कि यह सभी भारतीयों का दायित्व है कि वे भगवान राम के आदर्शों का पालन करें। श्री मोदी ने कहा कि इस वर्ष दीपावली ऐसे समय मनाई जा रही है जब देश की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे हुए हैं और देशवासी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। अयोध्या में जारी विकास परियोजनाओं पर प्रकाश डालते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार देश के समग्र विकास पर ध्यान केन्द्रित कर रही है। श्री मोदी ने कहा कि हमने भगवान श्रीराम के कर्तव्य बल से शिक्षा प्राप्त की है और उनके शासन का सम्मान करते हुए कर्तव्य पथ का निर्माण किया है। उन्होंने कहा कि उनके शासन के आदर्श वाक्य सबका साथ सबका विकास के पीछे भगवान राम की प्रेरणा है।
5 अगस्त 2020 को राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन के बाद श्री मोदी का अयोध्या का यह पहला दौरा है। प्रधानमंत्री ने भगवान श्रीराम का प्रतीकात्मक राज्याभिषेक भी किया और सरयू नदी पर नए घाट में आरती में हिस्सा लिया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने भव्य, दीपोत्सव समारोह का शुभारंभ किया। दीपोत्सव लगातार छह वर्ष से मनाया जा रहा है। हर बार इसका आकार बढ रहा है। हमारे संवाददाता ने खबर दी है कि अयोध्या शहर को दीपों से सजाया गया है।
इससे पहले प्रधानमंत्री ने रामजन्म भूमि पर भगवान श्रीराम की पूजा अर्चना की। प्रधानमंत्री अस्थायी राम मंदिर गए और रामलला की पूजा की। उन्होंने मिट्टी का दीया जलाया और आरती की। प्रधानमंत्री को भव्य राम मंदिर के निर्माण कार्य की प्रगति से भी अवगत कराया गया। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हैलिपैड पर प्रधानमंत्री की अगवानी की।