जन मंच बंद करने पर हिमाचल विधानसभा में हंगामा

जन मंच के स्थान पर नया मंच लेकर आएगी सुक्खू सरकार
हिमाचल प्रदेश की पूर्व भाजपा सरकार के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम जन मंच को बंद करने के मौजूदा सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार के फैसले पर बुधवार को प्रदेश विधानसभा में भारी हंगामा हुआ। इस दौरान सरकार के फैसले का विरोध करते हुए जहां पूरा विपक्ष सदन के बीचोंबीच पहुंच गया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की, वहीं भारी हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया को सदन की बैठक 15 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी। हालांकि सदन की बैठक फिर से आरंभ होने पर हंगामा खत्म हो गया और इसके बाद सदन की कार्यवाही शांत माहौल में चली।
जन मंच बंद करने के मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने घोषणा की कि सरकार जन मंच कार्यक्रम को बंद कर इसके स्थान पर नया मंच लेकर आएगी। उन्होंने कहा कि नई सरकार सत्ता में आई है और हम नया कार्यक्रम लेकर आएंगे।उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि वह समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पर जन मंच कार्यक्रम को लेकर राजनीति करने और इसका राजनीतिक लाभ लेने का भी आरोप लगाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के कार्यक्रम में जहां लोगों की समस्याओं का हल होगा, वहीं अधिकारियों व कर्मचारियों का भी सम्मान होगा। उन्होंने कहा कि सरकार इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से कर्मचारियों और अधिकारियों को जनता के बीच बेइज्जत नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि जन मंच कार्यक्रमों में 2.70 करोड़ रुपए की राशि केवल भोजन करवाने पर ही खर्च कर दी गई,जबकि दो करोड़ की राशि टेंट लगाने पर खर्च की गई।
प्रश्नकाल समाप्त होते ही नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने जन मंच के मामले को फिर से सदन में उठाया और कहा कि जन मंच कार्यक्रम भावनाओं से जुड़ा कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि जन मंच ऐसी योजना है, जिससे राज्य के दूरदराज के लोगों को उनके घर-द्वार पर ही उनकी समस्याओं का हल मिल रहा था। जयराम ठाकुर ने कहा कि इस कार्यक्रम को सरकार यथावत चलाए, क्योंकि किसी भी कार्यक्रम को बंद करना समस्या का हल नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार को अपने फैसले पर फिर से विचार करना चाहिए, क्योंकि सरकार हर चीज को बंद करने के लिए नहीं होती है।

About The Author