13 हजार करोड़ की पीएम विश्वकर्मा योजना से होगा देश के शिल्पकारों का कौशल निर्माण

पीएम विश्वकर्मा योजना के शुभारंभ के लिए देश के 70 स्थानों से वर्चुअल माध्यम से जुड़े लोग
केंद्रीय सूचना प्रसारण एवं युवा मामले व खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा है कि विश्वकर्मा दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली से 13 हजार करोड़ रूपए की पीएम विश्वकर्मा योजना का शुभारम्भ किया है जोकि देश के शिल्पकारों को मान सम्मान देने की पहल है और इस योजना से उनका कौशल निर्माण होगा। अनुराग ठाकुर आज यहाँ गेयटी थियेटर शिमला से पीएम विश्वकर्मा योजना का शुभारम्भ में वर्चुअल माध्यम से जुड़े थे।
उन्होंने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना के द्वारा कारीगरों और शिल्पकारों को कौशल उन्नयन, टूलकिट प्रोत्साहन, डिजिटल लेनदेन के लिए प्रोत्साहन और विपणन सहायता प्रदान की जाएगी। यह योजना पूरे भारत में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के कारीगरों और शिल्पकारों को सहायता प्रदान करेगी। पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत पहली बार में 18 पारंपरिक व्यापारों को शामिल किया गया है जिसमें बढई, नाव निर्माता, लोहार, हथौड़ा और टूलकिट निर्माता, ताला बनाने वाला, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, पत्थर तोड़ने वाला, पत्थर तराशने वाला, चर्मकार, राजमिस्त्री, टोकरी, चटाई, झाड़ू बनाने वाला, खिलोने बनाने वाला, नाइ, मालाकार, धोबी, दरजी और मछली पकड़ने का जाल बनाने वाला शामिल हैं।
अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य कारीगरों और शिल्पकारों के उत्पादों और सेवाओं की पहुंच के साथ-साथ गुणवत्ता में सुधार करना और यह सुनिश्चित करना है कि विश्वकर्मा घरेलू और वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं के साथ एकीकृत हों। इस आयोजन का शुभारंभ देश के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के लिए गेम चेंजर साबित होने की उम्मीद है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज के समय में कौशल नहीं तो कुछ नहीं। आज जिस इंसान के पास कौशल है, वह औरों से ज़्यादा कमा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हर वर्ष 2 लाख करोड़ रूपए का सामान देश के शिल्पकारों से जेम पोर्टल के माध्यम से खरीदती है।
उन्होंने कहा कि इस देश में 65 प्रतिशत युवा हैं और इन युवाओं की ताकत की इस देश और दुनिया को आगे लेकर जाएगी। उन्होंने सभी से मेरा माटी मेरा देश कार्यक्रम में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने और अमृत कलश यात्राएं निकाल कर विभिन्न स्थानों से मिटटी एकत्रित करने का आह्वाहन किया।