थाची पंचायत में 5 करोड़ की परियोजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास

लोक निर्माण, युवा सेवाएं व खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत थाची पंचायत के प्रवास पर रहे जहाँ पर उन्होंने लगभग 5 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाली परियोजनाओं के उद्घाटन एवं शिलान्यास किये जिसमे 2 करोड़ 30 लाख रुपए की लागत से बनने वाले राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चलाहल (थाची) के भवन का शिलान्यास तथा 2 करोड़ 25 लाख की लागत से निर्मित कोटला भजोल उठाऊ सिंचाई परियोजना का उद्घाटन शामिल है। उन्होंने कहा कि कोटला भजोल उठाऊ सिंचाई परियोजना में जो भी कमी रह रही है उसे भी जल्द दूर करवाया जायेगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में 33 करोड़ रुपए के विकास कार्य करवाए जा रहे हैं।
चलाहल स्कूल में आयोजित वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में नवाजे मेधावी
लोक निर्माण मंत्री राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चलाहल में आयोजित विद्यालय के वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए और मेधावी छात्र-छात्राओं को पुरस्कार और टैब वितरित किये। उन्होंने बताया कि टैब वितरण के लिए प्रदेश में 7520 छात्राएं चयनित की गई हैं जिसमें जिला शिमला से 909 छात्राएं और शिमला ग्रामीण से 182 छात्राएं शामिल हैं। उन्होंने सभी छात्राओं को बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि हम सबने मिलकर एक नए हिमाचल का निर्माण करना है और हिमाचल प्रदेश को नई ऊंचाइयों पर ले जाना हम सबका परम दायित्व है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश पूरे देश रोल मॉडल बनकर उभर रहा है। प्रदेश में बेहतर शिक्षा संस्थान और चिकित्सा संस्थान हैं जिनमें आईआईटी मंडी, आईआईएम सिरमौर, प्रदेश में तीन मेडिकल कॉलेज, हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज बिलासपुर आदि शामिल हैं और यहाँ से निकलकर होनहार छात्र-छात्राएं देश के कोने-कोने में प्रदेश का नाम रोशन करते हैं। उन्होंने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल पुरे भारत में अग्रणी भूमिका निभा रहा है किन्तु बदलते समय के साथ यह आवश्यक है कि शिक्षकों की भी समय-समय पर ट्रेनिंग होती रहे जिससे वह विद्यार्थियों को समय अनुसार प्रतियोगिता के लिए तैयार करवा सके।
उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को बेहतर करने के दृष्टिगत वर्तमान प्रदेश सरकार ने सरकारी स्कूलों के छात्रों में आत्मविश्वास को बढ़ावा देने पहली कक्षा से ही अंग्रेजी माध्यम में पढाई करवाई जाएगी ताकि छात्रों को हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओँ का बेहतर ज्ञान हो और वह आगे चलकर वह प्रतिस्पर्धा में बढ़चढ़ कर हिस्सा ले सकें। इसके अतिरिक्त, सरकारी स्कूलों में वर्दी भी अपने हिसाब से ले सकेंगे जिसके लिए एसएमसी को अधिकृत किया गया है।

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