घर ही नहीं, पंचायतें स्वच्छ रखने में भी आगे हैं महिलाएं

33 पंचायतों को एडीसी ने किया सम्मानित, 21 का नेतृत्व कर रही महिलाएं
घर ही नहीं, पंचायतों को स्वच्छ रखने में भी महिलाएं कोसों आगे हैं। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के दूसरे चरण के अंतर्गत स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2023 में जिला कांगड़ा की 33 पंचायतों को बेहतर प्रदर्शन करने के लिए सम्मानित किया गया। स्वच्छता को लेकर उत्कृष्ट कार्य करने वाली इन 33 पंचायतों में से 21 का नेतृत्व महिलाएं कर रही हैं। जिला ग्रामीण विकास अभिकरण कांगड़ा स्थित धर्मशाला के सभागार में आज सोमवार को आयोजित सम्मान समारोह में कार्यकारी अतिरिक्त उपायुक्त गंधर्वा राठौड़ ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए पंचायत प्रतिनिधियों को पुरस्कृत किया।
एडीसी ने पंचायत प्रतिनिधियों को सम्मानित करते हुए, स्वच्छता को लेकर उनके द्वारा किए गए अनुकरणीय कार्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह गौरव की बात है कि उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली सर्वाधिक पंचायतों का नेतृत्व महिलाएं कर रही हैं। उन्होंने कहा कि परिवार के संचालन से लेकर समाज और शासन-प्रशासन का संचालन आज महिलाएं बखूबी कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इन पंचायतों द्वारा स्वच्छता को लेकर किए गए कार्य का अनुसरण करने का प्रयास सभी पंचायतों को करना चाहिए और पुरस्कृत पंचायतों को यह प्रदर्शन बरकरार रखने के लिए प्रतिबद्ध रहना चाहिए।

स्वच्छता प्राथमिकता, सभी करें सहयोग
गंधर्वा राठौड़ ने कहा कि स्वच्छता तो सर्वत्र आवश्यक है लेकिन हमारे जैसे पहाड़ी राज्य में इसकी जरूरत और अधिक है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक संपदा से परिपूर्ण हमारे प्रदेश में कूड़े-कचरे का प्रबंधन तथा इसका निष्पादन पंचायतों की प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे यहां भारी संख्या में पर्यटक घूमने आते हैं, जिसके लिए प्रमुख पर्यटन स्थलों में कूड़ादान स्थापित करने के लिए पंचायतें पहल कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक स्रोतों और नदी-नालों को स्वच्छ रखने के लिए पंचायतों को जोर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए गांवों में स्थापित युवा मंडल, महिला मंडल और अन्य स्वयंसेवी संगठनों का सहयोग लेना चाहिए।